झांसी। बुंदेलखंड में गर्मी के मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते इलाके में डायरिया फैलना शुरू हो गया है। अस्पतालों में उल्टी, दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सक सलाह दे रहे हैं कि लोग ज्यादा से ज्यादा स्वच्छ पानी का सेवन खूब करें।
मौसम का पारा चढ़ते ही बुंदेलखंड में धूप अपने पूरे शबाब पर है। हालात ये हैं कि सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चुभती धूप का अहसास लोगों को हो रहा है। इसके साथ ही गर्म लू भरी हवा लोगों को परेशान कर रही है जिसके चलते डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों ने पैर पसारने शुरू कर दिये हैं।
बात झांसी शहर की ही करें तो जिला चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज और कई निजी अस्पतालों में उल्टी-दस्त से पीड़ित दर्जनों मरीज रोज पहुंच रहे हैं। वरिष्ठ चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. आर.के. गांधी कहते हैं कि डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों से सावधानी से बचा जा सकता है। उनका कहना है कि घर में उबालकर ठंडा किया हुआ या फिर फिल्टर का पानी इस मौसम में पीना चाहिये, बाहर के पानी से तो तौबा ही करना ठीक है इसलिये बाहर जायें तो घर का पानी लेकर जायें अन्यथा पैकेज्ड मिनरल वॉटर पीयें। डॉ. गांधी ने बताया कि इस मौसम में सीधे धूप में आने से बचना चाहिये। इसलिये सिर पर कपड़ा या फिर टोपी पहनकर ही घर से निकलें । इसके साथ ही हल्के रंगों के सूती कपड़े ही पहनें। कटे और गले फल तो बिल्कुल ही न खायें।
डॉ. आर.के. गांधी ने सलाह दी कि यदि किसी को महसूस हो कि उसे डायरिया हो गया है तो ज्यादा से ज्यादा ओआरएस का घोल और पानी पीते रहें और किसी चिकित्सक की सलाह लेकर दवाई का सेवन करें ।