(धर्मेन्द्र साहू )
मुम्बई। एक्टिंग का जुनून ऐसा था कि लंदन से होटल मैनेजमेंट की नौकरी छोड़कर मुम्बई आ गये और यहां थियेटर में कार्य किया बाद में कई मशहूर टीवी सीरियलों में इन्होंने अभिनय किया। इसके साथ ही अपने प्रोडक्शन हाऊस के जरिये वे फिल्म भी बना रहे हैं। बात हो रही है अभिनेता अनिरूद्ध सिंह की।
मूलरूप से मेरठ के रहने वाले अनिरूद्ध सिंह होटल मैनेजमेंट के छात्र रहे हैं। हालांकि इन्होने लंबा वक्त लखनऊ में बिताया है। पढ़ाई में अव्बल अनिरूद्ध स्विटजरलैण्ड और लंदन के प्रतिष्ठित होटल्स में जॉब कर रहे थे लेकिन उनके मन में एक्टर बनने का जुनून चढ़ चुका था। रणवीर कपूर से बेहद प्रभावित अनिरूद्ध का कहना है कि वे एक्टिंग में रणवीर को फॉलो करते हैं क्योंकि रणवीर कैसा भी रोल हो बड़ी आसानी से कर लेते है । उनको मैं मि.परफेक्ट मानता हूँ । अपने साथी कुशल गोयल के साथ मिलकर अनिरुद्ध ने ‘एफरॉन एंटरटेनमेंट प्रोडक्शन हाऊस’ बनाया है। जिसके बैनर तले फिल्मों का निर्माण किया जायेगा। इस प्रोडक्शन की पहली मराठी फिल्म फुर्रर की शूटिंग नवंबर में शुरू होने वाली है।
अनिरूद्ध ने बताया कि मुम्बई आने के उनके निर्णय को पैरेंटस ने तुरंत सहमति दे दी क्योंकि उनके पैरेंटस जानते हैं कि बच्चों को अपने टेलेंट को साबित करने का मौका जरूर मिलना चाहिये। जिसकी बदौलत ही आज वे यहां सफलता की राह पर चल रहे हैं।
मुम्बई में कई थियेटर शो में प्ले कर अनिरूद्ध को टीवी सीरियलों में महत्वपूर्ण भूमिकाऐं निभाने का मौका मिला। स्टार प्लस के ‘प्रतिज्ञा’ में आदर्श, ‘सरस्वतीचन्द्र’ में सनी, कलर्स के ‘ससुराल सिमर का’ में डॉ.अनुराग और लाइफ ओके पर प्रसारित सीरियल ‘रामलीला’ में अनिरूद्ध ने लक्ष्मण का रोल किया है। इसके अलावा अनिरुद्ध कई सीरियल्स में काम कर रहे हैं। आत्मविश्वास से लवरेज अनिरूद्ध ने तीन शॉर्ट फिल्में भी बनाई हैं। जिनमे ‘लव लाइफ एंड रिग्रेट्स’ जो बेस्ट स्टोरी के लिए नॉमिनेट हुई थी वहीं ‘लाइफ सिंड्रोम’ को बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला जबकि लिटिल स्टार को काफी सराहा गया।
अपनी फिटनेस का बेहद ख्याल रखने वाले अनिरूद्ध सिंह का कहना है कि कठिन मेहनत का कोई विकल्प नहीं है बस मेहनत सही दिशा में हो तो किस्मत भी साथ देती है । लक सही समय पर सही जगह पहुंचा ही देता है। उन्होंने कहाकि उनका लक्ष्य बड़ा है और जाहिर तौर पर आने वाले समय में फिल्म इंडस्ट्री में एक मुकाम हासिल करेंगें।
मुम्बई आने वाले कलाकारों के लिये अनिरूद्ध कहते हैं कि अपने टेलेण्ट को लेकर जरूर आयें लेकिन धैर्य न खोंये । लगातार प्रयास करने पर सफलता निश्चित रूप से मिलती है।