( धर्मेन्द्र साहू )
मुंबई। स्टार प्लस के मशहूर शो ‘ मेरे अँगने में ‘ रानी का किरदार निभाकर अपने अभिनय की धाक जमाने वालीं रोशनी रस्तोगी का कहना है , इस इंडस्ट्री में लुक और लक चलता है लेकिन मेहनत करने वालो को भी यहाँ मौक़ा ज़रूर मिलता है।
लखनऊ की रहने वाली रोशनी रस्तोगी ने अभिनय की शुरुआत थिएटर के ज़रिये की थी। 2012 में मुंबई आने के बाद यहाँ भी उन्होंने अपनी बहन के साथ कई बड़े थिएटर शो किये। स्टार प्लस के ही शो ‘ इस प्यार को क्या नाम दूँ ‘ में रोशनी लीड रोल की दोस्त बनी हैं। रोशनी कहती हैं कि थिएटर से कलाकार का आधार तैयार होता है और कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ता है क्योंकि सीरियल और फिल्मों में तो रिटेक हो जाते हैं लेकिन थिएटर में रिटेक का कोई मौका नही होता।
उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने ‘कामायनी थिएटर आर्ट्स’ के एक थियेटर शो में महत्वपूर्ण रोल प्ले किया है । उन्होंने साउथ की भी कुछ विज्ञापन फिल्में की हैं। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में आने के लिए माता-पिता की अनुमति नहीं थी। किसी प्रकार उन्हें मनाकर यहाँ आये और जब सफलता और अच्छा काम मिलना शुरू हुआ तो अब सबको हम पर फ़क्र होता है।
रोशनी रस्तोगी ने कहा – ” थिएटर करने से आज भी आत्मसंतुष्टि मिलती है। लेकिन यदि आप पैसा कमाना चाहते हैं तो थियेटर के साथ कोई और ऑप्शन भी साथ होना चाहिए।” उन्होंने बताया कि वे अपनी बहन मोनिका मीना के साथ मिलकर मुम्बई में एक एक्टिंग इंस्टीट्यूट ‘सहज मुद्रा’चला रही हैं ताकि नए कलाकारों को एक्टिंग के गुर सीखने को मिले । उन्होंने कहा कि जो लोग ऑप्शन लेकर नही चलते हैं वे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले टाइम में वे फिल्में करना चाहती हैं और इसको लेकर बहुत मेहनत कर रही हैं।