धर्मेन्द्र साहू
मुम्बई। मेरे जीवन में अध्यात्म का बहुत महत्व है। नियमित रूप से ध्यान और योगा भी करता हूॅं लेकिन ‘मेरे साईं’ सीरियल में साईंबाबा का किरदार मेरी मां की साईंभक्ति का ही चमत्कार है। इस रोल को मैं पूरी शिददत से करने का प्रयास कर रहा हूॅं। ये कहना है सोनी चैनल पर प्रसारित हो रहे ‘मेरे साईं’ सीरियल में साईंबाबा की भूमिका निभा रहे अबीर सूफी का।
मेरे साईं सीरियल के सेट पर खास रिपोर्ट डॉट कॉम से बातचीत करते हुये अबीर सूफी ने बताया कि वे इन दिनों साईंबाबा के जीवन पर आधारित सच्ची पुस्तक साईं सच्चरित्र का अध्ययन कर रहे हैं ताकि पूरी गंभीरता के साथ बाबा का रोल निभा सकूॅं।
उन्होंने बताया कि वे 2007 से थियेटर कर रहे हैं। इसी दौरान भारतेन्दु नाटय अकादमी से डिप्लोमा भी किया। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के रहने वाले अबीर 2013 में मुम्बई आये और तब से लगातार अहम रोल करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरा भाग्य अच्छा था कि यहां आते ही अच्छी भूमिकाऐं मिलने लगीं हालांकि मेहनत पर भी मेरा बहुत भरोसा है लेकिन भाग्य भी अहम होता है। उन्होंन कहा कि भगवान के सामने जब हम अगरबत्ती लगाकर नतमस्तक होते हैं तो कहीं न कहीं हमारा भाग्य प्रबल होता है।
अबीर ने डीडी नेशनल के ‘पलटन’ शो में काफी अच्छा रोल किया है। इसमें परीक्षित साहनी, गजेन्द्र चौहान, अमित बहल, पंकज धीर और मुरली शर्मा जैसे वरिष्ठ कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला। सागर आर्टस के ‘नारायण-नारायण’ में इन्होंने शिव की भूमिका निभाई। जी जिंदगी के ‘ख्वाबों की जमीन’ में भी अबीर का काम पसंद किया गया।
‘मेरे साईं’ में मुख्य भूमिका का श्रेय वे अपनी मां को देते हैं । उन्होंने बताया कि उनकी मां साईंबाबा की अनन्य भक्त हैं उनकी भक्ति के कारण ही मुझे ये रोल मिला है। अबीर ने इस शो को शिखर तक पहुंचाने के लिये दर्शकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहाकि मुझे खुशी तब होती है जब लोग मुस्कराते हैं।