धर्मेन्द्र साहू
मुम्बई। मशहूर फिल्म राइटर व निर्देशक सचीन्द्र शर्मा का कहना है कि इंसान के अंदर अगर जुनून हो तो वो कुछ भी कर सकता है। उन्होंने बताया कि उनकी नई कॉमेडी फिल्म ‘बाय वन गेट थ्री’ की शूटिंग जल्द शुरू होने वाली है । ये फिल्म सबको खूब हंसायेगी।
अपने फिल्मी सफर में लगभग 50 फिल्में लिख चुके सचीन्द्र शर्मा फिल्म इंडस्ट्री के वो शख्स हैं जो डायरेक्टर के रूप में भी सफल हुये हैं। उन्होंने 2001में सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म ‘शबनम मौसी’ लिखकर साबित किया था कि बायोग्राफी पर आधारित फिल्में भी लोग पसंद करते हैं। अपनी इस फिल्म पर उन्हें आज भी फक्र होता है। हालांकि लोगों ने अब इस दौर में बायोपिक फिल्में बनाना शुरू की हैं। सचीन्द्र शर्मा ने बताया कि शहीद राजगुरू पर बनी उनकी फिल्म ‘राजगुरू’ शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि थी। उन्होंने ‘लव यू फैमिली’ और ‘मैं कृष्णा हॅूं’ फिल्म का लेखन किया है । ‘मैं कृष्णा हॅूं’ फिल्म में रितिक रोशन और कटरीना कैफ गेस्ट भूमिका में थे जबकि मुख्य भूमिका जूही चावला ने निभाई थी। ‘मुम्बई केन डांस साला’ उनके निर्देशन में बनी । ये उनकी पहली फिल्म बतौर डायरेक्टर थी । उनकी सीरीज ‘माय फ्रेण्ड गणेशा’ को काफी पसंद किया गया और इससे नई पहचान मिली।
उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म ‘बाय वन गेट थ्री ‘ जल्द शुरू होने वाली है । इस कॉमेडी फिल्म में अन्नू कपूर, सौरभ शुक्ला, काजल अग्रवाल आदि मुख्य भूमिका मे हैं। सचीन्द्र शर्मा ने बताया कि ये फिल्म सबको गुदगुदायेगी।
उन्होंने बताया कि विरासत की सही जानकारी के अभाव में जो फिल्में बनाई जाती हैं उनपर विवाद होता है। उन्होंने कहाकि संजय लीला भंसाली की ‘पदमावत’ अच्छी फिल्म है लेकिन अगर उसकी स्क्रिप्टिंग पर अच्छा काम होता तो नाहक बवंडर न मचता। उन्होंने कहाकि हर फिल्मकार की इच्छा होती है कि वो मुगले आजम जैसी ऐतिहासिक फिल्म बनाये लेकिन उसके लिये मेहनत करनी होती है।
एक सवाल के जवाब में सचीन्द्र शर्मा ने बताया कि मुम्बई ग्लैमर की दुनिया है यहां हर आदमी एक्टर बनने आता है लेकिन जब वो सफल नहीं होता तो हंसी का पात्र न बने इसलिये वापस अपने शहर नहीं जाता और फिर यहीं संघर्ष में लगा रहता है नतीजतन वो कुछ न कुछ तो बन ही जाता है। उन्होंने बताया कि सुभाष घई और शेखर कपूर भी यहां एक्टर बनने आये थे लेकिन अच्छे एक्टर न सही अच्छे डायरेक्टर के रूप में कामयाब हुये । उन्होंने कहा कि कुछ भी पाने के लिये जुनून बहुत जरूरी है।
सचीन्द्र शर्मा मानते हैं कि किस्मत बहुत बड़ी चीज होती है। उन्होंने कहा कि कई काबिल एक्टर आज भी सड़कों पर घूम रहे हैं जबकि जिन्हें एक्टिंग की एबीसीडी नहीं आती वे एक्टिंग में सफल हैं । उन्होंने कहाकि अपना प्रयास जारी रखना चाहिये बाकी किस्मत को जो करना होगा वो तो होगा ही।