झांसी। देश के चुनिंदा महानगरों में से झांसी को भी स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित किया जा चुका है। शहर में स्मार्ट सिटी को लेकर विकास कार्य शुरू भी हो चुके हैं लेकिन शहर के साथ ही यहां के लोगों को भी अपनी सोच को स्मार्ट बनाना होगा ताकि वास्तव में झांसी स्मार्ट सिटी के रूप में साकार हो सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्टस में से एक स्मार्ट सिटी के लिये देश के कुछ शहरों को चुना गया था। विभिन्न सर्वे और पब्लिक वोटों के जरिये झांसी का चयन भी स्मार्ट सिटी के लिये हुआ। स्मार्ट सिटी को लेकर शहर में विकास कार्य शुरू हुये हैं जिसके अन्तर्गत सड़कों का चौड़ीकरण, स्ट्रीटस एलईडी लाइटस व पार्कों का सौंदर्यीकरण आदि काम किया जा रहा है।
आने वाले दिनों में शहर की ऐतिहासिक इमारतों को सहेजा जायेगा और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये कई महत्वपूर्ण कार्य यहां होंगे। शहर के युवा बिजनेसमेन रीतेश साहू का कहना है कि शहर तो स्मार्ट बनाया जा रहा है लेकिन यहां के वाशिंदों को भी अपनी सोच स्मार्ट बनानी होगी । खासकर स्वच्छता के मामले में लोगों को जागरूक होना चाहिये साथ ही यातायात नियमों का पालन हमें स्मार्ट सिटी का नागरिक होने का अहसास दिला सकता है।
रीतेश ने कहा कि किसी भी देश या शहर की पहचान उसमें रहने वाले लोगों के आचार-विचार और रहन-सहन से होती है। चूंकि झांसी विरासत और संस्कृति की नगरी है ऐसे में यहां के लोगों की और भी जिम्मेवारी बन जाती है कि वे अपनी सोच को व्यापक बनाये । इससे न केवल अपना शहर स्मार्ट होगा बल्कि यहां आने वाले पर्यटकों को अच्छा अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहाकि कितना अच्छा हो कि सब लोग परस्पर प्रेम और अनुशासन के साथ अपने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनायें।