धर्मेन्द्र साहू
झांसी। समाज में अच्छा करने को बहुत कुछ है बस सच्चे मन से एक पहल करने की जरूरत है और अच्छा काम करने से जो आत्मसंतुष्टि मिलती है उसको शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है। ये कहना है नगर की युवा समाजसेवी देवप्रिया उक्सा का । देवप्रिया ने मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को एक शिबिर के माध्यम से ऐसे रचनात्मक कार्य सिखाये कि उन बच्चों के अभिभावक भी भावविभोर हो गये।
नगर के सिविल लाइन स्थित मां सोसायटी स्कूल फॉर मेंटली चैलेंज्ड में देवप्रिया ने दिव्यांग बच्चों के लिये पांच दिवसीय शिबिर ‘एक पहल‘ का आयोजन किया। इस शिविर में इन बच्चों को ड्रामा, डांस, सिंगिंग और पेंटिंग आदि का प्रशिक्षण दिया गया। देवप्रिया और उनकी टीम ने न केवल बच्चों को प्रशिक्षण दिया बल्कि उन्हें आत्मविश्वास बढ़ाने के टिप्स भी समझाये।
शिबिर के समापन मौके पर जब इन बच्चों ने विभिन्न कार्यक्रम पेश किये तो उनके अभिभावक भावुक हो उठे। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उनके बच्चे इतने अच्छे कार्यक्रम भी प्रस्तुत कर सकते हैं।
इस मौके कार्यक्रम की मुख्य संयोजिका देवप्रिया उक्सा ने कहा कि समाज में अच्छे काम करने है तो बस एक पहल करने की जरूरत है। ये कार्यक्रम भी एक पहल है जिसके जरिये इन बच्चों को रचनात्मकता से जोड़ने का मौका मिला है । उन्होंने कहाकि ऐसे कार्यों से जो आत्मसंतुष्टि मिलती है उसको शब्दां में बयां नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में समाजसेवी आनन्द शर्मा व श्रीमती नेहा शर्मा ने जो योगदान दिया है वो अतुलनीय है। इसके साथ ही उनकी टीम की रितु अरोरा, ज्योति अरोरा, आशा, शैली राय, विभा गुप्ता, वन्दना पुरी, जया मल्होत्रा, दीपिका खन्ना, रश्मि अरोरा, गुंजन दुवे, अलका आदि ने शिबिर में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी निभाई।