बृजेन्द्र कुशवाहा / आबिद खान
मुम्बई। फिल्म टयूबलाइट में सलमान खान के दोस्त की भूमिका निभाने वाले अमरनाथ वर्मा “कुशवाहा“ का कहना है कि रंगमंच की प्रारम्भिक शिक्षा यदि स्कूल से ही शुरू हो जाये तो कलाकार बचपन से ही मंझ जायेगा । इसके लिये सरकार को प्रयास करना चाहिये कि रंगमंच ऐच्छिक विषय के रूप में पढ़ाया जाये।
खास रिपोर्ट डॉट कॉम से एक मुलाकात के दौरान अमरनाथ ने बताया कि भारतेन्दु नाटय अकादमी लखनऊ से शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने रंगमंच को पेशे के रूप में नहीं बल्कि साधना के रूप में अपनाया और रंगमंच के जरिये ही वे फिल्म इंडस्ट्री तक आये । मूलरूप से रीवा मध्यप्रदेश के निवासी अमरनाथ को फिल्मों में काम करने की इतनी ललक थी कि उन्होंने बैंक की सरकारी नौकरी तक छोड़ दी। उनकी इस इच्छा को उनकी धर्मपत्नी ने भरपूर सहयोग दिया । जिसकी बदौलत वे फिल्म इंडस्ट्री तक पहुंच पाये।
रंगमंच की शिक्षा के बाद अमरनाथ ने लखनऊ विश्वविद्यालय में फिल्म प्रोडक्शन एवं इलैक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग में लेक्चरर के रूप में भी सेवाऐं दीं लेकिन मंजिल पाने के लिये वे मुम्बई आ गये। जीटीवी के मशहूर सीरियल पवित्र रिश्ता में प्रमुख भूमिका निभाने के बाद तो उन्होंने दर्जनों टीवी सीरियलों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
बीएनए और एफटीआईआई पुणे से अभिनय की बारीकियां सीखने का नतीजा ये रहा कि यशराज प्रोडक्शन की फिल्म दावते इश्क में काम करने का मौका मिला। सुहेल खान की फ्रीकी अली में काम करने के बाद सलमान खान की फिल्म टयूबलाइट में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कबीर खान को अपना आईडल मानने वाले अमरनाथ कहते हैं कि उनके साथ काम करने का बेहतरीन अनुभव रहा। अब उनकी इच्छा सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने की है। स्व. ओमपुरी की याद करते हुये उन्होंने बताया कि एक शूटिंग के दौरान ओमपुरी साहब ने कहा था कि अमरनाथ के रूप में दूसरा नवाजुददीन आ गया है।
अमरनाथ ने कहाकि बच्चों का रूझान यदि अभिनय की तरफ है तो उन्हें बचपन से ही रंगमंच की शिक्षा मिलनी चाहिये ताकि वे अपनी कला को निखार सकें। स्कूलों में भी रंगमंच की पढ़ाई की व्यवस्था होनी चाहिये।