भारतीय आतिशबाजी की धूम, विक्रेताओं ने किया चाइना का बहिष्कार 

भारतीय आतिशबाजी की धूम, विक्रेताओं ने किया चाइना का बहिष्कार 

झाँसी। फुलझड़ी, अनार , पटाखे और भी ढ़ेर सारी आतिशबाजी मतलब दीपावली का त्यौहार। झाँसी में इस पर्व को मनाने की खास तैयारियां की गई हैं । क्राफ्ट मेला ग्राऊंड में लगे आतिशबाजी बाज़ार में इस बार  चाइनीज़ आतिशबाजी का पूरा बहिष्कार व्यापारियों ने खुद  किया है ।
पर्वों के महापुंज दीपावली को प्रकाश का उत्सव भी कहा जाता है । दीपों के साथ ही फुलझड़ी और पटाखे आदि आतिशबाजी चलाने की परंपरा भी इस पर्व पर है । इस पर्व को झाँसी में काफी उत्साह से मनाया जाता है। शहर के क्राफ्ट मेला ग्राउण्ड, सीपरी बाज़ार और सदर बाजार में आतिशबाजी की दुकानें सज़ गई हैं । ख़ास बात ये है कि व्यापारियों ने खुद चाइनीज़ आतिशबाजी का बहिष्कार कर देश में ही बनी आतिशबाजी को तरजीह दी है ।
क्राफ्ट मेला ग्राउण्ड में चैनू आतिशबाजी सेंटर के संचालक प्रसन्न कुमार चैनू ने बताया कि इस बार भारतीय आतिशबाजी भी किसी से कम नहीं है । एक से बढ़कर एक फुलझड़ी, चरखी, अनार, रोशनी,  रॉकेट और अन्य कई प्रकार के आइटम भारतीय आतिशबाजों ने बनाये हैं। जिनके आगे चाइना फेल है।
विक्रेता सनी जैन ने बताया कि राष्ट्रहित में व्यापारी भी तत्पर है और इसीलिए इस बार हमारा स्लोगन है “भारतीय पटाखे डिस्को-चाइना माल अब खिसको” । सनी ने कहाकि जीएसटी स्लेब 28 प्रतिशत लगने के कारण आतिशबाजी कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ा है लेकिन लोग  खासकर बच्चे आतिशबाजी खरीदने आ रहे हैं ।
फिलहाल हर ओर दिवाली की धूम है और लोग अपने-अपने तरीके से फेस्टीवल सेलीब्रेट कर रहे हैं ।
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