धर्मेन्द्र साहू
मुम्बई। बचपन से ही मैं डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन डांसिंग और एक्टिंग की हॉवी ने बॉलीवुड तक पहुँचा दिया। टेलीविज़न के कई बड़े सीरियल करने के बाद अब मेरा लक्ष्य है बड़ी फिल्में। ये कहना है अभिनेत्री तरुणा सिंह का।
खास रिपोर्ट डॉट कॉम से एक मुलाकात के दौरान तरुणा ने बताया कि वे लखनऊ में स्कूल और कॉलेज में आयोजित होने वाले डांस और एक्टिंग के प्रोग्राम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती थी हालांकि उस वक़्त डॉक्टर बनने की सोच थी लेकिन 2008 में थिएटर आर्ट की तरफ झुकाव हुआ और प्रसिद्ध रंगकर्मी विनोद मिश्रा, सूर्य मोहन और थपलियाल जी के सान्निध्य में थिएटर करने का मौका मिला। तरुणा ने बताया कि डीडी वन के शो ‘ नि:शब्द ‘ में अच्छा रोल प्ले किया, साथ ही लखनऊ में मोक्ष कंपनी के साथ कई इवेंट्स में एंकरिंग भी की।
तरुणा के मुताबिक वे 2013 में मम्मी-पापा की सहमति से मुंबई आईं और यहाँ सतीश कौशिक, सीमा विश्वास और फ़िरोज़ अब्बास जैसे ख्याति प्राप्त कलाकारों के साथ काम करने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि थिएटर में प्ले करने से कलाकार का कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ता है और अभिनय में निखार आता है।
तरुणा सिंह ने टेलीविज़न के मशहूर शो ‘ बालिका वधु ‘ में लगभग 3 महीने तक महत्वपूर्ण किरदार निभाया। चिड़िया घर, सावधान इंडिया , क्राइम अलर्ट एवं कि सीआईडी जैसे शो में तरुणा ने अहम किरदार निभाए हैं। डीडी के शो ‘ मैं कुछ भी कर सकती हूँ ‘ में भी तरुणा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन्होंने एक हिंदी फिल्म ‘ सुनामी इश्क़ ‘ में काम किया है जिसके रिलीज होने का इंतज़ार है। तरुणा ने बताया कि सीरियल के बाद अब उनका फोकस फिल्मों की ओर है। अच्छा रोल मिलने पर अब फिल्में ही साइन करनी हैं। उन्होंने बताया कि मुंबई में आज भी थिएटर का क्रेज है और थिएटर को यहाँ कमर्शियल एंटरटेनमेंट का हिस्सा माना जाता है।