धर्मेन्द्र साहू
मुंबई। मशहूर टीवी शो ‘भाभीजी घर पर हैं’ के दरोगा हप्पू सिंह को आज कौन नहीं जानता लेकिन ये रोल हप्पू सिंह यानी योगेश त्रिपाठी के लिए एक चैलेंज था क्योंकि रियल लाइफ में उनकी पर्सनॅलिटी दरोगा जैसी नहीं है। आज हप्पू सिंह के चाहने वाले घर-घर में हैं और इस किरदार ने ही उन्हें अलग पहचान दी है। योगेश त्रिपाठी ने बताया कि उनका फोकस काम और काम के प्रति समर्पण पर होता है।
खास रिपोर्ट डॉट कॉम से एक मुलाकात में योगेश त्रिपाठी ने बताया कि ‘भाभी जी घर पर हैं’ शो में अंगूरी भाभी की किडनेपिंग के दौरान दरोगा हप्पू सिंह की एंट्री हुई थी लेकिन ये ऐपिसोडिक रोल बाद में रनिंग रोल में तब्दील किया गया । इस शो के लेखक मनोज संतोषी और निर्देशक शशांक बाली ने बखूबी हप्पू सिंह के किरदार को इस शो में रचाया। जिसे आज दर्शक बेहद पसंद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरी पर्सनैलिटी दरोगा की तरह नहीं है इसलिये जब ये रोल मुझे दिया गया तो मेरे लिए एक बड़ा चैलेन्ज था, लोगों ने मज़ाक में कहा भी था कि दरोगा का रोल तुम करोगे कैसे ? लेकिन आज दर्शक हप्पू सिंह को पसंद कर रहे हैं जिससे दिली सुकून मिलता है।
बुंदेलखंड से ताल्लुक रखने वाले योगेश त्रिपाठी ने लखनऊ में लम्बे समय तक थियेटर शो किये हैं। जोश थियेटर ग्रुप के सुदीप चक्रवर्ती निर्देशित शो ये आदमी-ये चूहे में इनका मंचन सबने सराहा था। बाद में योगेश मुम्बई आ गये। टीवी शो एफ.आई.आर. में योगेश त्रिपाठी ने कई रोल किये हैं। उन्होंने बताया कि 600 एपीसोड में से लगभग 150 में उन्होंने अलग-अलग भूमिका निभाई है। जिसका फायदा ये हुआ कि उन्हें हर रोल करने का तजुर्बा मिला। हालांकि वहां रनिंग रोल नहीं था जिससे पहचान बना पाना मुश्किल था लेकिन हप्पू सिंह ने नई पहचान दी।
उन्होंने बताया कि उनकी मातृभाषा बुंदेली है और हप्पू सिंह के किरदार में बुंदेली भाषा को समावेश करने का रिस्क शो के डायरेक्टर शशांक बाली और लेखक मनोज संतोषी ने उठाया, उनकी जगह और कोई होता तो शायद इतना रिस्क नहीं लेता लेकिन उनके इस कदम को दर्शकों ने बेइंतेहा मोहब्बत दी। फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर लोग अब बुंदेली डायलॉग लिखने लगे हैं, घर-घर में लोग बुंदेली तकिया कलाम बोल रहे हैं जिससे खुशी होती है।
उन्होंने बताया कि हप्पू सिंह के किरदार को पहले कोई दूसरे कलाकार करने वाले थे लेकिन मेरे डेटस मैच कर जाने पर ये रोल करने का मौका मुझे मिला। शुरूआत मे हप्पू सिंह के किरदार को ऐपिसोडिक रखा गया था लेकिन हप्पू सिंह अब मोहल्ले का एक हिस्सा बन गया है।
हाल ही में सोनी टीवी पर शुरू हुये टीवी शो ‘जीजाजी छत पर हैं’ में योगेश त्रिपाठी ‘छोटे नाई’ की भूमिका में नजर आ रहे हैं। ये शो हर उम्र के दर्शक वर्ग को पसंद आ रहा है। आने वाले दिनों में उनकी फिल्म ‘दिलफिरे’ रिलीज होने वाली है।
उन्होंने बताया कि जिनका बैकग्राउंड फिल्मी है उन्हें काम मिलने में आसानी होती है लेकिन जो लोग गैर फिल्मी परिवार से हैं उन्हें यहां ज्यादा प्रयास करने पड़ते हैं । मुझे भी यहां 10-12 साल प्रयास करना पड़ा जिसे मैं काफी कम मानता हॅूं अन्यथा यहां लोग 20-20 साल से संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि प्रयास करते रहना चाहिये और एक न एक दिन सफलता मिलती है।